देश ये आजाद हुआ
अंग्रेजी की गुलामी कर
हिंदी को गुलाम हम बना रहे।
गोरे तो चले गए
अपनी रीतियों को छोड़कर
सभ्यता अपनी
पाकर भी हम भुला रहे।
अंग्रेजों की अंग्रेजी
कमाल बड़ा कर रही
हम लोग हिंदी क्यों
हाशिए पर पहुंचा
रहे।
बच्चे आज के
अंग्रेजी बोलने में चुस्त
हैं
हिंदी भाषा बोलने में
वे तो शरमा रहे।
पापा को वो बोले डैड
माँ को वो बोले मोम
पापा को वो डेड देखो
माँ को नॉन लिविंग बना रहे।
हिंदी भाषा सीखने को
विदेशी यहां आ रहे
अपने ही देशवासी
हिंदी से क्यों कतरा रहे।
सभी अभिभावकों से विनती है
यह मेरी
गुलामी की अब सभी जंजीरें
तोड़ दो
खुद भी तुम हिंदी भाषा बोलो और
बच्चों को हिंदी भाषा का तुम ज्ञान दो।
खुद भी तुम हिंदी भाषा बोलो और
बच्चों को हिंदी भाषा का तुम ज्ञान दो।
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