आज हमसे फिर किसी ने पक्का वादा कर लिया,
दिल्ली की सड़कों को पेरिस हम बनाएंगे।
मंडियां हटाकर, बिजली-पानी के बिल बढ़ाकर
पैट्रोल-डीजल की कीमत में इजाफा कर
महंगाई को पूर्ण बहुमत से दिल्ली में लाएंगे।
गरीबों की बस्तियों पर बुलडोजर चलाकर
ऊंची बिल्डिंग, पार्क तथा स्वीमिंग पूल बनाएंगे।
इन सभी अत्याचारों से घबराकर
आधे गरीब दिल्ली छोड़कर भाग जाएंगे
कुछ यहीं मलबों में दफन हो जाएंगे।
इस नए पेरिस में सिर्फ दोस्तों
धनाढ्य, ऑफिसर और मिनिस्टर ही रह जाएंगे।
बस यही रह जाएंगे!
बस यही रह जाएंगे!!
© सर्वाधिकार सुरक्षित
लेखक की उचित अनुमति के बिना, आप इस रचना का उपयोग नहीं कर सकते।
दिल्ली की सड़कों को पेरिस हम बनाएंगे।
मंडियां हटाकर, बिजली-पानी के बिल बढ़ाकर
पैट्रोल-डीजल की कीमत में इजाफा कर
महंगाई को पूर्ण बहुमत से दिल्ली में लाएंगे।
गरीबों की बस्तियों पर बुलडोजर चलाकर
ऊंची बिल्डिंग, पार्क तथा स्वीमिंग पूल बनाएंगे।
इन सभी अत्याचारों से घबराकर
आधे गरीब दिल्ली छोड़कर भाग जाएंगे
कुछ यहीं मलबों में दफन हो जाएंगे।
इस नए पेरिस में सिर्फ दोस्तों
धनाढ्य, ऑफिसर और मिनिस्टर ही रह जाएंगे।
बस यही रह जाएंगे!
बस यही रह जाएंगे!!
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